ठ्ठजागरण संवाददाता, नई
दिल्ली उर्दू
को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बुधवार को उर्दू हेरिटेज कारवां शुरू हुआ।
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित समारोह में भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष
मार्कंडेय काटजू ने इसका एलान किया। इस अवसर पर इंकिलाब अखबार के जरिये
उर्दू भाषा को अवाम तक पहुंचाने के प्रयास के लिए जागरण समूह को डॉ. कैलाश
नाथ काटजू अवार्ड प्रदान किया गया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री
कपिल सिब्बल ने दैनिक जागरण के सीईओ व संपादक संजय गुप्त को प्रशस्ति
पत्र देकर सम्मानित किया। समारोह में उपस्थित
गणमान्य वक्ताओं ने उर्दू के विकास में जागरण समूह
के इंकिलाब
अखबार के किए कार्यो की सराहना की। वक्ताओं ने कहा कि जागरण समूह से
उर्दू अखबार का निकलना भाषा के विकास और उसके प्रभाव को दर्शाता है। समारोह
में उभरते शायर अजीम नबील को फिराक गोरखपुरी अवार्ड से सम्मानित किया
गया। झारखंड के जमशेदपुर से आए अख्तर आजाद को सादत हसन मंटो अवार्ड दिया
गया। केंद्रीय
मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि उर्दू किसी धर्म या जाति की भाषा नहीं
है बल्कि अवाम की भाषा है। उन्होंने उर्दू हेरिटेज कारवां पहल की प्रशंसा
की। उर्दू के विकास के लिए उसे रोजगार से जोड़े जाने की आवश्यकता जतायी।
जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने कहा कि भारत की मुख्य भाषा संस्कृत और उर्दू
हैं। भाषा के विकास के लिए उर्दू हेरिटेज कारवां हैदराबाद, मुंबई
और लखनऊ
भी जाएगा। इसमें दिल्ली उर्दू अकादमी सहयोग दे रही है। इसके बाद संस्कृत
कारवां शुरू किया जाएगा। समारोह में संसदीय मामलों के राज्यमंत्री राजीव
शुक्ला, जर्मनी
के राजदूत माइकल स्टेनर व उनकी पत्नी मौजूद थे।
दैनिक जागरण राष्ट्रीय संस्करण पेज -6,20-9-2012 ehMh;k
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